कबड्डी में रेड से कहीं ज्यादा मुश्किल काम टेकल करना होता है. प्रो कबड्डी के अब तक हुए सभी सीजन में यह देखा भी जा चुका है कि टीमों ने रेड के मुकाबले टेकल में कम पाइंट्स हासिल किए. दरअसल, कबड्डी में डिफेंस वाकई मुश्किल काम है. इसमें ज्यादा फूर्ति, ज्यादा ताकत और सही सोच की दरकार होती है. अगर एक खिलाड़ी में ये सभी योग्यताएं हैं और साथ में कुछ चुनिंदा स्किल्स भी हैं तो उसे स्टार प्लेयर बनने में देर नहीं लगती. कबड्डी की ये चुनिंदा डिफेंस स्किल्स कौन सी हैं. स्टार डिफेंडर रविन्दर पहाल सुरेन्दर नाडा ने दुनिया को दिखाया कि वास्तव में कैसे एंकल होल्ड की जाती है. इस तकनीक में डिफेंडर सीधे रेडर की एंकल को इस तरह जकड़ लेता है कि रेडर के आगे बढ़ने की संभावना खत्म हो जाती है.
यह एक हाई रिस्क दांव होता है. इसमें रेडर की वापसी के दौरान डिफेंडर सीधे अपनी बॉडी से उसे ब्लॉक करने की कोशिश करता है. कबड्डी के इस दांव में बेहद ताकत की जरूरत होती है. जिसमें डिफेंडर एक दूसरे के साथ मिलकर रेडर को टैकल करने की कोशिश करते हैं. यह तकनीक टीम वर्क से ही सफल होती है. इसमें दो या दो से ज्यादा खिलाड़ी हाथ पकड़कर रेडर की पाले में वापसी को रोकते हैं. कबड्डी के इस दांव में डिफेंडर पूरी ताकत के साथ रेडर को कोर्ट के बाहर फेंकने की कोशिश करता है. इसमें डिफेंडर सीधे रेडर की जांघ को पकड़कर उसे रोकने की कोशिश करता है. ताकत के साथ सही पॉजिशन में आना इस दांव के लिए सबसे ज्यादा जरूरी होता है. यह कबड्डी का एक और ऐसा दांव है, जिसमें बहुत ज्यादा ताकत की दरकार होती है. इस तकनीक में डिफेंडर विपक्षी टीम के रेडर को कमर से उठाकर हवा में उछालते हुए मैट पर गिराता है. रण सिंह और संदीप नरवाल इस स्किल के महारथी हैं.
प्रो कबड्डी लीग के सातवें सीजन में बेंगलुरू बुल्स के पवन कुमार सहरावत ने खूब धूम मचाई थी. पवन ने इस सीजन में 349 रेड पॉइंट हासिल किए थे. वे सीजन के सबसे सफल रेडर्स थे. उनके साथ ही यूपी योद्धा के प्रदीम नरवाल और दबंग दिल्ली के नवीन कुमार ने भी 300 से ज्यादा रेड पॉइंट हासिल किए थे. यहां देखें अब तक के सभी सीजन में कौन रहें हैं टॉप रेडर्स.
प्रो कबड्डी के पहले सीजन में अनुप कुमार 155 रेड पॉइंट्स के साथ टॉप रेडर थे. उनके बाद राहुल चौधरी 151 और मनिंदर सिंह 131 सबसे सफल रेडर्स की लिस्ट में थे. प्रो कबड्डी के दूसरे सीजन में काशीलिंग अडाके ने 114 रेट पॉइंट हासिल किए थे. वे सीजन के सबसे सफल रेडर बने थे. उनके बाद राहुल चौधरी 98 और अजय ठाकुर 79 टॉप में शामिल थे. प्रदीप नरवाल ने तीसरे सीजन में 116 रेड पॉइंट लिए थे. रिषांक देवाडिगा (106) और रोहित कुमार (102) के भी रेड पॉइंट 100 के पार थे.
पहले दो सीजन में दूसरे नंबर के रेडर रहे राहुल चौधरी चौथे सीजन में टॉप रेडर बनकर उभरे. राहुल चौधरी ने इस सीजन में 146 रेड पॉइंट एकत्र किये. प्रदीप नरवाल 131 और दीपक निवास हुडा 226 ने भी इस सीजन में लाजवाब खेल दिखाया. इस सीजन में 12 टीमें खेल रही थीं. प्रदीप नरवाल ने पांचवें सीजन में 369 रेड पॉइंट हासिल किए थे. इस सीजन में रेड के मामले में उनके आसपास कोई नहीं था. दूसरे स्थान पर रोहित कुमार 219 और तीसरे स्थान पर अजय ठाकुर 213 थे. पवन कुमार सहरावत ने छठे सीजन में 271 रेड पॉइंट्स हासिल किए थे. इस सीजन में दूसरे पायदान पर प्रदीप नरवाल थे, जिन्होंने 233 रेड पॉइंट लिए थे. सिद्धार्थ शिरिष देसाई (218) तीसरे नंबर पर रहे थे. स सीजन में भी धर्मराज चेरलाथन कबड्डी के मैदान में दो-दो हाथ करते नज़र आएंगे. वे 46 साल के हो चुके हैं. प्रो कबड्डी लीग के आठवें सीजन में वे सबसे उम्रदराज खिलाड़ी हैं. इस लिस्ट में उनके साथ और कौन-कौन से खिलाड़ी शामिल हैं. जयपुर पिंक पैंथर्स का यह खिलाड़ी अब तक के सातों प्रो कबड्डी सीजन में नजर आया है. धर्मराज 46 वर्ष के हैं और पिछले 2 दशकों से कबड्डी खेल रहे हैं. प्रो कबड्डी में अब तक वे 302 पॉइंट्स हासिल कर चुके हैं. वे चौथे सीजन की विजेता रही पटना पाइरेट्स का भी हिस्सा रहे हैं.
जीवा कुमार इस सीजन में दबंग दिल्ली से खेलते दिखाई देंगे. 40 साल के जीवा देश में सबसे उम्दा राइट कवर हैं. सुपर टेकल के इस मास्टर खिलाड़ी 2 प्रो कबड्डी लीग के टाइटल हैं. पहला टाइटल उन्होंने यू-मुंबा के साथ और दूसरा बंगाल वॉरियर्स के साथ जीता है. जीवा के नाम अब तक प्रो कबड्डी में 235 पॉइंट्स हैं. जोगिंदर दबंग दिल्ली के कप्तान हैं. वे 39 साल के हो चुके हैं. जोगिंदर ने अब तक 82 मैचों में 177 पॉइंट्स हासिल किए हैं. साल 2018 उनके लिए सर्वश्रेष्ठ साल था, जिसमें उन्होंने 51 टेकल पॉइंट्स जीते थे. मंजित चिल्लर भी दबंग दिल्ली से खेलते दिखाई देंगे. मंजित के अब तक 108 मुकाबलों में 563 पॉइंट्स हैं. शुरुआती तीन सीजन में हर बार उनके 100 से ज्यादा पॉइंट्स रहे हैं. वे प्रो कबड्डी के स्टार डिफेंडरों में शामिल रहे हैं. कबड्डी लीग का यह सितारा अब तक 115 मुकाबले खेल चुका है. 35 साल के अजय के नाम प्रो कबड्डी में 811 पॉइंट्स दर्ज हैं. पांचवें और छठे सीजन में उन्होंने 200 से ज्यादा पॉइंट्स हासिल किए थे. अजय भी इस सीजन में दिल्ली दबंग की ओर से खेलते नजर आएंगे.
कबड्डी के फैंस के लिए अच्छी खबर है. जल्द ही वे अपनी मन पसंदीदा खिलाड़ियों को मैदान पर ‘कबड्डी-कबड्डी’ करते हुए देख पाएंगे. इस टूर्नामेंट का पहला मुकाबला बेंगलुरू बुल्स और यू मुंबा के बीच खेला जाएगा. दूसरे मैच में तेलुगु टाइटंस और तमिल थलाइवा एक दूसरे से भिड़ेंगे. तीसरे मुकाबले में बंगाल वॉरियर्स और यूपी योद्धा के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी. सभी टीमें काफी मजबूत है और सभी मुकाबले बेहद रोमांचक होंगे. प्रो-कबड्डी लीग का पिछला सीजन साल 2019 में खेला गया था. इस सीजन में तमाम टीमों ने शानदार प्रदर्शन किया था. हालांकि 2019 में प्रो कबड्डी लीग का खिताब बंगाल वॉरियर्स ने जीता था. फाइनल मुकाबले में बंगाल के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अपना पहला खिताब जीता था.